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प्रेगनेंसी टेस्ट बार बार नेगेटिव क्यों आता है | Reason of Negative Pregnancy Test in Hindi

गर्भावस्था का पता लगाने के लिए गर्भवती किट का उपयोग आजकल बहुत आम हो गया है। गर्भवती किट में मूत्र या रक्त सैंपल की जांच करके कुछ ही मिनटों में गर्भावस्था की पुष्टि की जा सकती है। लेकिन कई बार इस टेस्ट को करते समय कुछ आम गलतियां हो जाती हैं जिससे गलत नतीजे आ जाते हैं। आइए जानते हैं गर्भवती किट से टेस्ट करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

एक्सपायर्ड किट का उपयोग न करें

गर्भवती किट की एक एक्सपायरी डेट होती है। यदि आप किसी पुरानी या एक्सपायर हो चुकी किट का उपयोग करती हैं तो उससे सही नतीजे नहीं मिलेंगे। हमेशा नई और एक्सपायरी डेट वाली किट ही खरीदें और उपयोग करें।

टेस्ट करने का सही समय जानें

गर्भवती किट से टेस्ट करने के लिए सही समय जानना बहुत जरूरी है। अगर आप बहुत जल्दी टेस्ट करती हैं तो पॉजिटिव होने के बावजूद नेगेटिव रिजल्ट आ सकता है। इसलिए पीरियड खत्म होने के 10 से 15 दिन बाद ही टेस्ट करें।

किट के निर्देशों को ध्यान से पढ़ें

गर्भवती किट के साथ एक निर्देश पत्रक आता है। उसमें टेस्ट कैसे करें और कितना सैंपल लें आदि के बारे में लिखा होता है। इन निर्देशों को ध्यान से पढ़कर ही टेस्ट करें।

परिणाम का सही ढंग से निरीक्षण करें

कई बार किट पर एक हल्की लाइन आ जाती है जिसे महिला नेगेटिव रिजल्ट समझ लेती है। लेकिन एक हल्की लाइन भी पॉजिटिव हो सकती है। इसलिए परिणाम का ठीक से निरीक्षण करना चाहिए।

संदेह होने पर डॉक्टर से संपर्क करें

अगर गर्भवती किट का रिजल्ट नेगेटिव आता है लेकिन पीरियड नहीं आता तो एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

इन बातों का ध्यान रखकर गर्भवती किट का उपयोग किया जाए तो गलत नतीजों का खतरा काफी कम हो जाता है। गर्भावस्था महिला के लिए एक संवेदनशील अवस्था होती है इसलिए गर्भवती किट से टेस्ट करते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।

कुछ अन्य बातें जिनका ध्यान रखना चाहिए:

  • हर बार नया सैंपल लें – पुराने सैंपल से टेस्ट न करें।
  • किट को सही तापमान पर रखें – किट पर दिए तापमान के अनुसार ही किट को रखें।
  • एक से अधिक टेस्ट करें – पहली बार नेगेटिव आने पर दोबारा टेस्ट करें।
  • टेस्ट का सही समय नोट करें – किट पर दिए गए समय के अनुसार ही रिजल्ट देखें।
  • किट को ठंडा और सूखा रखें – नमी से बचाकर किट को रखें।

इस प्रकार, गर्भवती किट से टेस्ट करते समय ऊपर बताई गई सावधानियां बरतकर सही नतीजा प्राप्त किया जा सकता है। यदि कोई संदेह हो तो डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।

दोस्तों, अक्सर महिलाएं अपने गर्भवती होने का बहुत जल्दी परीक्षण करती हैं। और जब वहां नकारात्मक परिणाम मिलते हैं, तो वे पीरियड लाने के लिए दवा लेती हैं। लेकिन जिन महिलाओं को हॉर्मोन संतुलन की समस्या है या जिनके पास PCOD की समस्या है, उन महिलाओं के पास हॉर्मोन SCG काफी दिनों तक बने रहते हैं। इस तरीके से जब आप परीक्षण करते हैं, तो आपको किट में नकारात्मक परिणाम दिखाई देता है। आपकी पीरियड छूटने के 15 दिन बाद ही टेस्ट करना चाहिए।

उसके बाद भी, अगर आपकी गर्भवती किट पर नकारात्मक गर्भवती दिखाई देती है और आपका पीरियड नहीं आया है, तो आप डॉक्टर की मदद लेकर और दवा लेकर सहायता ले सकती हैं।

पांचवीं और आखिरी गलती है, एक हल्की रेखा को नकारात्मक गर्भवती के रूप में मान लेना। दोस्तों, कई बार गर्भवती टेस्ट किट पर एक हल्की रेखा दिखती है। इस प्रकार, कई महिलाएं यह समझती हैं कि उनकी गर्भवती नहीं है। हालांकि गर्भवती किट में हल्की रेखा सकारात्मक गर्भवती का संकेत होता है। इस स्थिति में, आपको थोड़ा और समय देना चाहिए। लगभग 10 दिनों बाद, आपको गर्भवती टेस्ट किट का फिर से उपयोग करना चाहिए। तब तक, आपके शरीर में एससीजी स्तर का पर्याप्त नहीं होता है जिससे एक गहरी रेखा दिख सके। इसलिए थोड़ा इंतजार करें और फिर परीक्षण करें।